सत्य वचन अब असत्य है,
वचन का आधार ही असत्य है,
वचन की सत्यता को जाचना अन बेमानी है,
अब तो असत्य वचन ही सत्य की कहानी है |
रोब झाड़ना अब तो फैशन है,
असत्य वचन ही तो तशन है,
असत्यता के गीत गुनगुनाना ही अब सत्य है,
|सत्य वचन अब असत्य है|
विद्वानों को अब कौन पूछे,
अब सब पैसे वालों के पीछे,
वह धन लुटाये तो सत्यवादी हैं,
अन्यथा बकवादी हैं,
|सत्य वचन अब असत्य है|
कौन जाने किस देस हम चले,
मूल्यों, संस्कारों से किनारा कर चले,
मंजिल विनाश को जाती, हम ये भी जानते,
तब भी असत्यता के भंवर में गोते लगाते,
|सत्य वचन अब असत्य है|
वचन का आधार ही असत्य है,
वचन की सत्यता को जाचना अन बेमानी है,
अब तो असत्य वचन ही सत्य की कहानी है |
रोब झाड़ना अब तो फैशन है,
असत्य वचन ही तो तशन है,
असत्यता के गीत गुनगुनाना ही अब सत्य है,
|सत्य वचन अब असत्य है|
विद्वानों को अब कौन पूछे,
अब सब पैसे वालों के पीछे,
वह धन लुटाये तो सत्यवादी हैं,
अन्यथा बकवादी हैं,
|सत्य वचन अब असत्य है|
कौन जाने किस देस हम चले,
मूल्यों, संस्कारों से किनारा कर चले,
मंजिल विनाश को जाती, हम ये भी जानते,
तब भी असत्यता के भंवर में गोते लगाते,
|सत्य वचन अब असत्य है|
7 comments:
अति उत्तम कवि जी |
really satya vachan..
@shreyas :thanks brother..love you :)
@ Arpit : thank you :)
Bahut hi satya vachan hai bhai.. :D
@sais:dhanyvad mitr :)
wah wah :) Satya ab asatya ki dhundh main kho gaya hai....
@daksha: hmm shayad ye hi naya satya hai :)
thanks
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