जब से हम हैं, तब से तुम हो
जब से होश है, मुस्कराहट की वजह तुम हो
जब तक तुम हो, तभी तक हम हैं II
जहां से शुरुआत की, हर कदम पे तुम थे,
जब भी अगाज किया, उस पल तुम थे,
जब तक तुम हो, तभी तक हम हैं II
जब- जब हम गिरे, सँभालने वाले तुम थे,
आंच हम पे आई, पर जलने वाले तुम थे,
जब तक तुम हो, तभी तक हम हैं II
भूख हमें लगी ,मिटाने वाले तुम थे,
नींद हमें न आती हो,पर जागने वाले तुम थे
जब तक तुम हो, तभी तक हम हैं II
प्यास हमें लगी हो, तो सागर तुम थे ,
ख्वाब हमें देखने हो तो जरिया तुम थे
जब तक तुम हो, तभी तक हम हैं II
आँखों में पानी हो होने पर भी सहने वाले तुम थे ,
मन की बात को दिल की गहराई में जड़ने वाले तुम थे II
जब तक तुम हो, तभी तक हम हैं II
हर कठिनाई का सामने करने वाले तुम थे ,
सब कुछ सहते हुए भी,उफ़ तक न करने वाले भी तुम्ही थे,
जब तक तुम हो, तभी तक हम हैं II